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लोरी

  • Writer: Suman Sharma
    Suman Sharma
  • Mar 18, 2023
  • 1 min read


चाँद धीमें से मेरे घर आँगन में आना.

मेरी लाडली को लोरी सुनाना.....


सोजा सोजा मेरे दिल की धड़कन यह बोले ,

मेरी आँखों का तारा हर सपना तू जी ले ।

तितलियों आओ मेरी लाडली संग खेलों ,

सबरंग अपने सुंदर, जीवन में बिखेरो !


चिड़िया औ हारिल सिखाओ तुम उड़ना,

बिन पंखों के भी नम को हॉले से छूना !


तेज अपना ए सूरज ! इन पर यू वारो,

न हारे कभी , वर दो!, जीवन सवारों ।

भारत की बेटी धरा गीत गाएँ

शक्ति दो ! रावण से खुद भिड़ जाए।।


चाँद धीमे से जब मेरे अंगना में आना,

मेरी लाडली को लोरी सुनाना ||

सौ जा सो जा, मेरी नन्ही राजदुलारी,

टहल स्वप्न नगरी ,परियाँ संग न्यारी।

हिंडोला, खटोला,

गुड्डे-गुड़ियों का टोला,

गेंद बल्ला, विमानों के पूरजे नए ।

लक्ष्य ऊंचा चुनो, स्वप्न सुनहरे बुनो।

चाँद धीरे से जब मेरे अंगना में आना,


तोतली बोली ने प्राण सबमे है घोला।

लो तलवार, धनुई खिलौने नये

अपने रचना का संसार आओ चुनो।

मेरी लाडली को लोरी सुनाना ।


- सुमन शर्मा

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